Coca‑Cola इंडिया और ICAR KVK CENDECT ने तमिलनाडु के थेनी में महिला उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया

इसका उद्देश्य कंपनी की महिला सशक्तिकरण पहलों के अनुरूप अंगूर उत्पादकों की आजीविका में सुधार करना है

Date Published: 03-08-2022

थेनी, 3 अगस्त 2022: Coca‑Cola इंडिया ने ICAR कृषि विज्ञान केंद्र-CENDECT के साथ मिलकर आज महिला किसानों की आजीविका में सुधार और वृद्धि के लिए सह उत्पादन उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया। प्रख्यात गणमान्य व्यक्ति श्रीमती पी गीता जीवन, समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्री, तमिलनाडु सरकार के साथ डॉ वी गीतालक्ष्मी, कुलपति, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और थिरु के.वी. मुरलीधरन IAS- जिला कलेक्टर, थेनी सहित अन्य ने अपनी उपस्थिति से उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई।

थेनी में महिला व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र, जिले की महिला किसानों को भोजन, पोषण और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करके उनके जीवन को समृद्ध बनाने के लिए काम करेंगे। क्षेत्र में महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण पर ध्यान दिया जाता है, जिससे स्वयं सहायता (SHG) समूहों के माध्यम से उनकी आय में बढ़ोतरी होती है। साथ ही, किसान उत्पादक समूह अंगूर के मूल्य वर्धित उत्पादों जैसे कि अंगूर का रस, अंगूर का तेल, अंगूर के बीज का पाउडर, किशमिश, कुकीज़, वगैरह के उत्पादन में मदद करेंगे।

ICAR KVC CENDECT के सहयोग से Coca‑Cola इंडिया की 'उन्नति-ग्रेप' परियोजना का मकसद भारत में, खास तौर पर तमिलनाडु राज्य में अंगूर का उत्पादन बढ़ाना है। यह अल्ट्रा-हाई-डेंसिटी प्लांटेशन (UHDP) जैसी स्थायी कृषि में वैश्विक सर्वोत्तम कार्यप्रणाली पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे क्षेत्र में भूमि की प्रति इकाई गुणवत्ता, उत्पादकता और लाभप्रदता में काफी वृद्धि हुई है। साथ ही, इसके परिणामस्वरूप भारत को अंगूर उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिलेगी।

महिला किसानों के लिए प्रशिक्षण केंद्र के शुभारंभ पर टिप्पणी करते हुए तमिलनाडु सरकार की माननीय समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्री श्रीमती पी गीता जीवन ने कहा कि “थेनी में Coca‑Cola इंडिया और ICAR KVK CENDECT के नए महिला प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन का हिस्सा बनने पर मुझे खुशी हो रही है। मैं दोनों संगठनों की संयुक्त पहल 'ग्रेप उन्नति' परियोजना के तहत किए गए प्रयासों की सराहना करता हूं, जिससे तमिलनाडु में अंगूर का उत्पादन में काफी बढ़ गया है। स्थायी कृषि का एक मॉडल बनाने और महिला किसानों के जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य से, इस केंद्र के खुलने से महिला किसानों की उद्यमशीलता और प्रशिक्षण में सहायता मिलेगी, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी।”

ICAR KVK CENDECT ICAR KVK CENDECT के चेयरमैन डॉ. पी. पच्चाईमल ने कहा कि “हमें Coca‑Cola इंडिया के साथ अपनी दीर्घकालिक साझेदारी पर गर्व है। थेनी में महिला किसानों के लिए सह-उत्पादन उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के साथ आज हमारी साझेदारी और मजबूत हुई है। हम Coca‑Cola इंडिया को हमारे साथ उनकी दीर्घकालिक साझेदारी के लिए धन्यवाद देते हैं। साथ ही, स्थायी कृषि के क्षेत्र में उनके निरंतर प्रयासों और सक्रिय हस्तक्षेपों का समर्थन करते हैं। हमें विश्वास है कि उनकी मदद से यह केंद्र खुलने से महिला किसानों को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता हासिल करने के उनके प्रयासों में अहम योगदान मिलेगा।

CSR एड सस्टेनेबिलिटी, Coca‑Cola इंडिया एंड साउथवेस्ट एशिया के डायरेक्टर राजेश अयापिला ने कहा कि Coca‑Cola इंडिया में महिला किसानों का उत्थान और सशक्तिकरण हमारे लिए एक प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। महिला किसान भारत के कृषि क्षेत्र का अभिन्न अंग हैं। हम 'प्रोजेक्ट ग्रेप उन्नति' के माध्यम से फल की उत्पादकता बढ़ाने और उनकी आजीविका में सुधार करने में मदद करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम श्रीमती पी गीता जीवन, माननीय समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्री, तमिलनाडु सरकार, डॉ. वी गीतालक्ष्मी, कुलपति, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और थिरु के.वी. मुरलीधरन IAS - जिला कलेक्टर, थेनी के आभारी हैं, जिन्होंने आज थेनी में महिला उद्यमी के लिए सह उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र के शुभारंभ के दौरान अपनी उपस्थिति से हमारी शोभा बढ़ाई। हमें aa हैं कि यह केंद्र महिला किसानों के लिए उनके उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक समृद्ध मंच बन जाएगा।”

ग्रेप उन्नति प्रोजेक्ट, Coca‑Cola इंडिया के प्रमुख टिकाऊ कृषि कार्यक्रम के तहत 2019 में लॉन्च किया गया - फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी का मकसद कृषि दक्षता में सुधार, अतिरिक्त लिंकेज को मजबूत करने और देश में खाद्य प्रसंस्करण क्षमता का निर्माण, कम कृषि उत्पादकता, खराब प्रौद्योगिकी अपनाने और बागवानी क्षेत्र में फलों की बर्बादी की चुनौतियों का समाधान करके भारतीय कृषि-पारिस्थितिक तंत्र में मदद करना है। Coca‑Cola कंपनी इस बात को मानती है कि किसान प्रमुख सामग्रियों के वास्तविक आपूर्तिकर्ता हैं। साथ ही, उनकी समग्र भलाई पर ध्यान केंद्रित करके साझेदारी को महत्व देते हैं। अपने साझेदारों के साथ, कंपनी 2011 से प्रमुख परियोजना उन्नति के तहत फल उत्पादकों के साथ काम कर रही है, जिसमें वर्तमान में छह फल शामिल हैं - आम, सेब, संतरा, अंगूर, लीची और गन्ना जैसी प्राथमिकता वाली वस्तुएं। इस कार्यक्रम से अब तक साढ़े तीन लाख किसान लाभान्वित हो चुके हैं।

Coca‑Cola इंडिया के बारे में जानकारी

भारत में Coca‑Cola देश की अग्रणी पेय कंपनियों में से एक है, जो उपभोक्ताओं के लिए स्वस्थ, सुरक्षित, उच्च गुणवत्ता वाले, ताज़ा पेय विकल्पों की अलग-अलग रेंज पेश करती है। 1993 में फिर से प्रवेश करने के बाद से, कंपनी पेय उत्पादों से उपभोक्ताओं को तरोताजा कर रही है – Coca‑Cola, Coca‑Cola नो शुगर, Diet Coke, Thums Up, Thums Up Charged, Thums Up Charged नो शुगर, Fanta, Sprite, Sprite Zero, Maaza, VIO फ़्लेवर्ड मिल्क, Minute Maid के अलग-अलग जूस, Minute Maid स्मूथी और Minute Maid विटिंगो, Georgia के गर्म और ठंडे चाय और कॉफी के अलग-अलग विकल्प, एक्वैरियस और एक्वैरियस ग्लूकोचार्ज, Schweppes, Smartwater, Kinley और Bonaqua पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर और Kinley क्लब सोडा। अपने बॉटलिंग ऑपरेशन और अन्य बॉटलिंग साझेदारों के साथ, 2.6 मिलियन से ज़्यादा खुदरा दुकानों के एक मजबूत नेटवर्क के माध्यम से, कंपनी प्रति सेकंड 500 से ज़्यादा सर्विंग की दर से लाखों उपभोक्ताओं के जीवन को प्रभावित करती है। इसके ब्रैंड देश में सबसे पसंदीदा और सबसे ज्यादा बिकने वाले पेय पदार्थ हैं, जिनमें Thums Up और Sprite दो सबसे ज्यादा बिकने वाले स्पार्कलिंग पेय पदार्थ है।

Coca‑Cola इंडिया सिस्टम 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार और 150,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करती है। भारत में Coca‑Cola सिस्टम वर्ल्ड विदाउट वेस्ट, फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी, वॉटर स्टीवर्डशिप, महिला सशक्तिकरण, और कई अन्य सामुदायिक पहल के माध्यम से स्थायी समुदायों के निर्माण में सामान्य तरीके से योगदान दे रहा है।

भारत में कंपनी के संचालन और इसके प्रोडक्ट के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, कृपया इस लिंक पर जाएं: www.coca-colaindia.com